देहरादून। देहरादून पुलिस ने पहली बार ड्रग माफिया की अवैध संपत्तियों पर फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन करते हुए बड़ा कदम उठाया है। एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई इस कार्रवाई में ड्रग तस्कर शिवम गुप्ता की 1 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अवैध सम्पत्ति को फ्रीज कर दिया गया है। इस सम्पत्ति में जमीनें, वाहन और बैंक खाते शामिल हैं। यह फ्रीज की गई सम्पत्ति की अनुमानित बाजार कीमत शुरुआती आकलन से कहीं अधिक मानी जा रही है।अभियुक्त शिवम गुप्ता को पुलिस ने पहले भी पटेलनगर क्षेत्र से अवैध मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया था। उसकी लगातार तस्करी में लिप्तता को देखते हुए, एसएसपी देहरादून ने फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन के निर्देश दिए थे। देहरादून पुलिस ने अभियुक्त की सम्पत्ति का चिन्हिकरण कर, रिपोर्ट “कंपेटेंट अथॉरिटी एंड एडमिनिस्ट्रेटर SAFEM (FOP) एक्ट एंड NDPS एक्ट दिल्ली” को भेजी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर, अथॉरिटी ने गुप्ता की सम्पत्ति को फ्रीज करने के आदेश जारी किए।पुलिस द्वारा की गई फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन के दौरान शिवम गुप्ता की देहरादून में विभिन्न स्थानों पर स्थित चल-अचल संपत्तियों का खुलासा हुआ।
इसमें देहराखास में 25 लाख रुपये मूल्य का प्लॉट, मेहूवाला माफी में लगभग 45 लाख और 15 लाख रुपये के दो अन्य प्लॉट, 11 लाख रुपये मूल्य के तीन वाहन और बैंक खातों में लगभग 3.20 लाख रुपये की संपत्ति का पता चला। इस सम्पत्ति को फ्रीज करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं, जिससे अभियुक्त उक्त सम्पत्ति का किसी भी प्रकार से उपयोग या बिक्री नहीं कर सकेगा। यह देहरादून में एनडीपीएस एक्ट के तहत किसी भी नशा तस्कर की अवैध सम्पत्ति पर की गई पहली जब्ती की कार्यवाही है। एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर नशा माफियाओं के खिलाफ न सिर्फ कानूनी कार्यवाही की जा रही है, बल्कि उनकी अवैध सम्पत्तियों को भी निशाने पर लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” के विजन को साकार करने के लिए एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को तस्करों की अवैध संपत्तियों की पहचान कर जब्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, पटेलनगर और रायपुर क्षेत्रों से पकड़े गए अन्य दो तस्करों, अमरकांत अतिवाल उर्फ डोला और मोहसिन राव को भी पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल भेजा गया है, और उनकी अवैध सम्पत्तियों की भी जांच जारी है।