हरिद्वार। अंधेरी राह में अनसुलझे सच को टटोली रही पुलिस को आखिरकार एक महीने बाद सुलझा लिया है। किशोर की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 23 फरवरी को खब्बनपुर भगवानपुर में रहने वाले सरदार सिंह ने अपने 13 वर्षीय पुत्र कार्तिक की गुमशुदगी दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस कार्तिक की तलाश में जुट गई। दो दिन बाद यानि 2 फरवरी को कार्तिक का शव गन्ने के खेत से बरामद कर लिया।पुलिस अब हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुट गई। हत्याकांड का खुलासने करने के लिए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने अलग-अलग टीमों का गठन किया। टीमों ने गांव के रास्ते में आने वाले सीसीटीवी खंगाले। वहीं पुलिस मैनुअल सरागरसी में जुट गई। जिसमें गांव में दो शादियां होने की बात सामने आई। जानकारी मिली कि कार्तिक बारात में घुड़चढ़ी के दौरान बारातियों द्वारा फेंके गए रूपए अपने हम उम्र बच्चों के साथ उठाता। पुलिस ने जब शादी की वीडियो खंगाली तो कार्तिक दिन की शादी में दिखाई दिया लेकिन रात की शादी में वह नजर आया। इसके पुलिस ने बैंड वालों, टैंट समेत सैकड़ों लोगों से पूछताछ की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।
इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि वह पैसे के लालच में किसी के साथ भी चला जाता था लेकिन वह जान पहचान वाले के साथ ही जाता था। जब पुलिस को कोई लीड नहीं, मिली तो एसएसपी ने सीओ मंगलौर को दोनों शादियों की वीडियो फुटेज व गांव के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को चेक करने के साथ ही बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन करने के निर्देश दिए। गांव के एक कैमरे में मृतक कार्तिक एक व्यक्ति के साथ गांव से बाहर को जाने वाले मुख्य रास्ते पर जाता दिखाई दिया। पिता ने अपने बेटे की पहचान तो कर ली लेकिन साथ वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई। उस व्यक्ति के पहने कपडो व चलने के ढंग से पुनः फोटो वादी व गांव के अन्य व्यक्तियो को पहचान के लिए दिखा कर गांव के अन्य सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। करीब 70-80 लोगों से पूछताछ करने पर उसके बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने माहडी चौक के पास की फैक्ट्री में सत्यापन किया, जिसमें कई संदिग्ध प्रकाश में आए जो दिन में ड्यूटी करते हैं तथा रात में जाते हैं परंतु फैक्ट्री में उक्त व्यक्ति के सत्यापन के संबंध में सबसे अधिक संदिग्ध व्यक्ति का नाम अजय शर्मा प्रकाश में आया जो खूबनपुर में किराए पर रहता है। पुलिस ने आखिरकार अजय शर्मा अमोरवेट कम्पनी को जाने वाले रास्ते से धर दबोचा। पूछताछ में उसने हत्या राज खोल दिया।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि अजय शर्मा अपने माता-पिता व दो बच्चो के साथ ग्राम खुब्बनपुर में पिछले 6 माह से अपने रिश्तेदार राजीव शर्मा के यंहा किराये पर रह रहा है और उसकी पत्नी का देहांत वर्ष 2020 में हो चुका था। वह अपने जानकार के माध्यम से एक औरत को माहडी चौक से साथ लेकर ग्राम खुब्बनपुर में गन्ने के खेत में लेकर गया। वंहा पर पास में एक खाली प्लाट में मृतक कार्तिक एक अन्य बच्चे के साथ खेल रहा था, जिसकी बॉल गन्ने के खेत में आ गयी और मृतक ने उसे उसे औरत के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिय। उस समय मैनें कार्तिक को समझाया कि यह बात किसी को नही बताना परन्तु वह बच्चा नही माना व वंहा से भाग गया। मैं कार्तिक को जानता था वह मेरे बच्चो के साथ गांव में ठेली पर चाऊमिन खाने जाता था। मैं इस बात से घबरा गया कि अगर इसने यह बात मेरे परिवार वालो या गांव में किसी को बता दी तो समाज में मेरी बहुत बेईज्जती हो जायेगी। उस दिन शाम को मैनें काफी शराब पीकर कार्तिक को तलाश किया परन्तु यह मुझे नही मिला और मैं रात में भी नही सो पाया। अगले दिन मैं सुबह ही कम्पनी मे चला गया। कंपनी से आने पर कार्तिक प्राईमरी स्कूल के पास मिला तभी मैने मन ही मन कार्तिक को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया और मैने उसे पैसे का लालच देकर आंटी से मिलने को कहकर अपने साथ ले लिया और गन्ने के खेत के पास बरसीन के खेत में ले जाकर अपने हाथो से कार्तिक का गला दबाकर जान से मार दिया और उसको उठाकर पास ही गन्ने के खेत में अन्दर फेक दिया ताकि उसे कोई देख न सके।