
- एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने दिए विस्तृत जांच के आदेश
- जाम की आशंका पर शुरुआती जांच में नहीं मिले ठोस प्रमाण
नैनीताल। कैंची धाम मार्ग पर जाम में फंसी एंबुलेंस में मरीज की मौत की खबरों को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक (क्राइम/यातायात) डॉ. जगदीश चंद्रा को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए एसएसपी ने निर्देश दिया है कि सभी संभावित पहलुओं की विस्तृत जांच की जाए। घटना को लेकर कई मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि कैंची धाम क्षेत्र में भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम के कारण एक एंबुलेंस फंसी रही, जिससे मरीज की समय पर चिकित्सा नहीं हो सकी और उसकी मौत हो गई। हालांकि नैनीताल पुलिस की प्रारंभिक जांच में ऐसे किसी स्थान विशेष पर एंबुलेंस के जाम में फंसने या इलाज में देरी होने के ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं।
पुलिस के अनुसार, संबंधित एंबुलेंस शाम लगभग 6:30 बजे खैरना से रवाना हुई और करीब 8:00 बजे भीमताल अस्पताल पहुंची। वहां मरीज को लगभग 40 मिनट तक उपचार दिया गया, जिसके बाद उसे उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर कर दिया गया। करीब 55 मिनट के भीतर एंबुलेंस हल्द्वानी के सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंच गई। हालांकि प्रारंभिक तथ्यों में जाम या लापरवाही के सीधे प्रमाण नहीं हैं, लेकिन एसएसपी मीणा ने पूरे मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। जांच में एंबुलेंस चालक, खैरना व भीमताल अस्पताल के चिकित्सक, तथा मौके पर तैनात ट्रैफिक कर्मियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पूरी रिपोर्ट जांच पूर्ण होने के बाद सार्वजनिक की जाएगी। नैनीताल पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और जांच में सहयोग करें, ताकि सत्य तथ्य सामने आ सकें और भविष्य में किसी भी तरह की लापरवाही से बचा जा सके।

