- सूत्रों के अनुसार पीड़ित से फर्जीवाड़े में इस्तेमाल हुआ बैंक खाता, पुलिस जांच में बड़ा नेटवर्क बेनकाब
हल्द्वानी। क्रिप्टो करेंसी में मुनाफे का झांसा देकर एक व्यक्ति को ठगी के जाल में फंसाने और उसके नाम से बैंक खाता खोलवाकर करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, पीड़ित की शिकायत के आधार पर यह खुलासा हुआ है कि एक संगठित गिरोह ऑनलाइन धोखाधड़ी में लिप्त है, जो लोगों को लालच देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाता है और फिर उनका दुरुपयोग करता है। सूत्र बताते हैं कि पीड़ित व्यक्ति लंबे समय से एक बेकरी में काम कर रहा था। इसी दौरान आरोपी व्यक्ति ने उसे क्रिप्टो करेंसी से जुड़कर लाभ कमाने का झांसा दिया और भरोसे में लेकर उसका बैंक खाता खुलवाया। इतना ही नहीं, आरोपी ने उद्यम पंजीकरण कराकर एक चालू खाता खुलवाया, जिसका इस्तेमाल लाखों रुपये के लेनदेन के लिए किया गया। जांच में सामने आया कि महज 8 से 10 दिनों में उस खाते में विभिन्न स्रोतों से करीब एक करोड़ रुपये जमा हुए और बाद में निकाले गए। यह पैसा किन स्रोतों से आया और कहां गया, इसकी जांच में अब पुलिस जुटी है।
पीड़ित के अनुसार, उसे इस साजिश की जानकारी तब हुई जब नोएडा पुलिस की टीम स्थानीय थाने पहुंची और उससे पूछताछ की। बताया गया है कि आरोपी न सिर्फ पीड़ित के खाते का इस्तेमाल कर रहे थे, बल्कि अन्य कई लोगों के नाम पर खाते खुलवाकर इसी प्रकार की धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि गिरोह में कई लोग शामिल हैं, जिनका सीधा संबंध नोएडा और नैनीताल क्षेत्र से है। पीड़ित ने यह भी दावा किया कि उसे लगातार मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है और उसके परिवार पर भी इसका गंभीर असर हुआ है। सूत्रों का कहना है कि पूरा मामला एक बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिसमें बैंक खाता, उद्यम प्रमाण पत्र, सिम कार्ड और तकनीकी माध्यमों का इस्तेमाल कर ऑनलाइन ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस ने कुछ आरोपियों से पूछताछ की है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।