हल्द्वानी। कोविड-19 महामारी के दौरान डॉ. सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज (एसटीएच) में आउटसोर्स के तहत तैनात की गई स्टाफ नर्सों की सेवाएं समाप्त किए जाने के फैसले को लेकर महापौर गजराज बिष्ट ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से मुलाकात कर नर्सों की सेवाएं बहाल करने की मांग की। स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में समाधान का आश्वासन दिया है। गौरतलब है, कि वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान एसटीएच में 116 नर्सों की आउटसोर्स के माध्यम से नियुक्ति की गई थी, जिन्होंने संकट की घड़ी में समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा से सेवाएं दीं। वर्तमान में स्टाफ नर्सों की नई भर्ती के कारण उनकी सेवाएं समाप्त करने की तैयारी की जा रही है, जिससे नर्सों में असंतोष है।

इस पर नर्सों ने महापौर गजराज बिष्ट से मुलाकात कर अपनी समस्या सामने रखी। महापौर गजराज बिष्ट ने नर्सों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की और उन्हें बताया कि इन नर्सों ने महामारी के दौरान जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा की थी। उनकी सेवाएं समाप्त करना अन्याय होगा। महापौर ने आग्रह किया कि इन नर्सों की सेवाएं पूर्व की भांति जारी रखी जाएं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने महापौर की मांग पर सहमति जताई और आश्वासन दिया कि नर्सों के साथ अन्याय नहीं होगा। उन्होंने इस मामले में राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी को उचित कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही है।