देहरादून। उत्तराखंड के माणा क्षेत्र में आए भीषण हिमस्खलन में लापता चल रहे तीन और श्रमिकों के शव रविवार को खोज एवं बचाव दलों ने बरामद कर लिए, जिससे मृतकों की कुल संख्या सात हो गई है। हालांकि, देहरादून निवासी एक श्रमिक अब भी लापता है, जिसकी तलाश युद्धस्तर पर जारी है। इससे पहले चार शव शनिवार को बरामद किए गए थे। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के मुताबिक, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि लापता श्रमिक की खोजबीन के लिए रेस्क्यू टीमों द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। ज्योतिर्मठ में मृतक श्रमिकों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है, और प्रशासन उनके शवों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की व्यवस्था में जुटा है।

इस हादसे में सुरक्षित निकाले गए 44 श्रमिकों को ज्योतिर्मठ स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। वहीं, गंभीर रूप से घायल दो श्रमिकों का एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है। प्रशासन ने मृतकों की पहचान कर ली है, जिनमें उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के श्रमिक शामिल हैं। अब तक बरामद शवों में हिमाचल प्रदेश के मोहिंदर पाल और हरमेश चंद, उत्तर प्रदेश के जितेंद्र सिंह, अजीत यादव, आलोक यादव और अशोक पासवान, तथा उत्तराखंड के अनिल कुमार शामिल हैं। वहीं, देहरादून निवासी अरविंद कुमार सिंह अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश में विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।