हल्द्वानी। लंबे समय से हल्द्वानी क्षेत्र में डर और दहशत का माहौल बनाने वाले कुख्यात आईटीआई गैंग पर आखिरकार नैनीताल पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के सख्त निर्देशों पर पुलिस ने गैंगलीडर देवेंद्र सिंह बिष्ट समेत चार सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने क्षेत्र में राहत की सांस दिलाई है, जहां यह गैंग मारपीट, डराने-धमकाने, फायरिंग, तलवारबाजी और लूट जैसी घटनाओं के जरिए लंबे समय से खौफ का माहौल बना रहा था। पुलिस की जांच में सामने आया कि गैंग का नेतृत्व देवेंद्र सिंह बिष्ट कर रहा था, जबकि उसके साथ आदित्य नेगी, देवेंद्र सिंह बोरा और नवीन सिंह मेहरा जैसे आरोपी सक्रिय थे। ये सभी मिलकर हल्द्वानी क्षेत्र में संगठित रूप से अपराधों को अंजाम देते और जनता में भय फैलाते थे।
गैंग के बढ़ते आतंक को देखते हुए पुलिस ने गैंगचार्ट तैयार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की शुरुआत की और 21 अगस्त को इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। एसएसपी के आदेशों पर गठित पुलिस टीम ने 22 अगस्त को शीतल होटल के पास से गैंगलीडर समेत चारों आरोपियों को दबोच लिया। इनके खिलाफ पहले से ही कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और मारपीट जैसी धाराएं शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि अपराधियों की ऐसी गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे। नैनीताल पुलिस ने साफ किया है कि चाहे अपराधी कितना ही ताकतवर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बच पाना नामुमकिन है। इस कार्रवाई से हल्द्वानी क्षेत्र में लंबे समय से जारी गुंडागर्दी और खौफ का अध्याय अब खत्म होता दिख रहा है।













