हल्द्वानी। अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों के लिए सरकार द्वारा अभ्यर्थियों को प्रोत्साहन राशि दिये जाने हेतु मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक प्रोत्साहन योजना लागू की गई है। मुख्य विकास अधिकारी डा0 संदीप तिवारी ने बताया कि अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भारतीय सिविल सेवा परीक्षा एवं उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड राज्य एवं प्रवर अधीनस्थ सेवा सीधी भर्ती, संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा एवं उच्च न्यायिक सेवा/प्रान्तीय सिविल सेवा न्यायिक सीधी भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि दिये जाने हेतु मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक प्रोत्साहन योजना लागू कर दी गई है। डा0 तिवारी ने बताया कि अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मुख्य परीक्षा की तैयारी हेतु 75 हजार तथा मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर साक्षात्कार की तैयारी हेतु 25 हजार की धनराशि अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों को दी जायेगी।
उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, उच्च न्यायिक सेवा एवं प्रान्तीय सिविल सेवा की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मुख्य परीक्षा की तैयारी हेतु 60 हजार तथा मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर साक्षात्कार की तैयारी हेतु 20 हजार की धनराशि दी जायेगी। डा0 तिवारी ने बताया कि आईआईटी, आईआईएम की प्रवेश परीक्षा में सफल होने पर विद्यार्थियों को 60 हजार की धनराशि मुख्यमंत्री अल्संख्यक प्रोत्साहन योजना के तहत दी जायेगी इसके साथ ही एआईआईएमएस, आईआईएस, आईआईएसएआर, एमसीआई, एनआईटी, बीसीआई की प्रवेश परीक्षा में सफल होने पर 50 हजार की धनराशि अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को दी जायेगी। उन्होंने बताया कि यह राशि अल्पसंख्यक समुदाय के उन सफल अभ्यर्थियों को स्वीकृत की जायेगी जिनकेे माता पिता/अभिभावकों की वार्षिक आय 4.50 लाख से अधिक न हो।