रूद्रपुर। उत्तराखंड की ऊधमसिंह नगर पुलिस ने काल सेंटर की आड़ में लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले दिल्ली के गैंग का पर्दाफाश करते हुए काल सेंटर के मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
ऊधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) टीएस मंजूनाथ ने शनिवार को रूद्रपुर में इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कुछ समय पहले पंतनगर शांतिपुरी नंबर-2 निवासी खीम सिंह मेहता की ओर से एक तहरीर देकर इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर 643700 रुपये की साइबर ठगी करने का आरोप लगाया।
एसएसपी के निर्देश पर पंतनगर थाने में अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों को पकड़ने के लिये छह टीमों का गठन किया गया। पुलिस जांच में पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया के मोतीनगर स्थित मनावा बिजनेस मैनेजमेंट प्रा0 लि0 कंपनी के खिलाफ तथ्य पाये गये। पुलिस ने कंपनी पर छापा मार कर मौके से विजय एवं राहुल कुमार निवासीगण सुल्तानपुरी, नई दिल्ली के साथ ही लोकेश उर्फ जतिन निवासी जनकपुरी, सी-1, नई दिल्ली को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही इस पूरे घटनाक्रम में गैंग का सरगना व कंपनी का मालिक सलीम खान के साथ ही उसकी पत्नी अर्शी खान का नाम भी सामने आया।
पुलिस टीम ने गैंग का सरगना सलीम खान को पकड़ने के लिये कई जगह दबिश दी। आखिरकार आरोपी को शुक्रवार को न्यू मोतीनगर से गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही पुलिस ने सुबुतों के आधार पर हिरासत में लिये गये तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को पता चला कि कंपनी का मालिक सलीम खान काल सेंटर के नाम पर साइबर ठगी का धंधा करता चला रहा था और अभी तक वह देश के विभिन्न राज्यों से करोड़ों रूपये की ठगी को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 170 उपकरण बरामद किये हैं। जिनसे वह धंधे को चलाते थे। आरोपी इंश्योरेंस पालिसी के नाम पर बोनस का प्रलोभन देकर भोलेभाले लोगों को ठगते थे। आरोपी फर्जी खातों में पैसा मंगाते थे और फिर पैसे को निकाल लेते थे। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी प्रवेश चौहान नामक व्यक्ति से वह लोगों का निजी डाटा खरीदते थे और उसका ठगी में इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने काल सेंटर से कई फर्जी सिम भी बरामद किये हैं। इस काम को आरोपी संगठित गिरोह के रूप में अंजाम देते थे। पुलिस इस प्रकरण में सामने आये अर्शी खान, मनोज, रवि, प्रवेश चौहान एवं चंदन कुमार झा की गिरफ्तारी में जुट गयी है।