हरिद्वार। सरकारी कार्यालयों में अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने जनपद के विभिन्न कार्यालयों पर औचक छापेमारी की। इस कार्रवाई से सरकारी कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान 31 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिनमें से कई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और उनका वेतन रोकने के आदेश दिए गए। डीएम ने सुबह 10:10 बजे सबसे पहले सिंचाई विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया, जहां सिंचाई अभियंता समेत 13 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इसके बाद 10:20 बजे जल संस्थान कार्यालय का निरीक्षण किया गया, जहां 10 स्थायी और 4 आउटसोर्स कर्मचारी उपस्थित नहीं पाए गए। जल संस्थान में भ्रमण पंजिका की मांग पर भी कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। कार्यालय की सफाई व्यवस्था और फाइलों के रखरखाव में भारी खामियां मिलने पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिया कि सफाई और फाइल प्रबंधन को तत्काल दुरुस्त किया जाए।
10:30 बजे ऋषिकुल विद्यापीठ ब्रह्मचर्याश्रम संस्कृत विद्यालय और महाविद्यालय का निरीक्षण किया गया। यहां कुल पांच सहायक अध्यापक अनुपस्थित पाए गए। कार्यालय में गंदगी और अव्यवस्था को देखकर डीएम ने व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे बिना पूर्व स्वीकृति के अवकाश पर न जाएं और निर्धारित समय से पहले कार्यालय पहुंचें। डीएम ने चेतावनी दी कि भविष्य में भी इस तरह के औचक निरीक्षण किए जाएंगे, और अनुशासनहीनता पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान मुख्य व्यक्तिगत अधिकारी सुदेश कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।