हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़/देहरादून। पंजाब की तरह अब उत्तराखंड सरकार से भी विधायको को मात्र एक कार्यकाल की पेंशन देने की मांग उठने लगी है। इस संदर्भ में समाजसेवी मिलन गावस्कर ने राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष को पत्र लिखा है।
गावस्कर ने अपने पत्र में लिखा है कि हमारा उत्तराखंड राज्य हिमालय की पर्वत कन्दराओं में बसा एक छोटा राज्य है। जहाँ समय-असमय प्राकृतिक आपदा आने के कारण अत्यन्त विराट दुर्घटना भी होती रहती हैं। उन्होंने लिखा कि राज्य में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे विश्व विख्यात चारधामों के अलावा, अनगिनत तीर्थ स्थल भी प्राकृतिक रूप से विद्यमान हैं। यही कारण है कि इसे देवभूमि कहा जाता है।
गावस्कर ने पत्र में लिखा कि इस देवभूमि उत्तराखण्ड में राजनीतिक दृष्टि से 70 विधानसभा क्षेत्र हैं। जहां अनावश्यक आर्थिक व्यय के कारण, राज्य के विकास की अवधारणा अनेक बार अवरूद्व हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लगभग 40 प्रतिशत विधायक एक से अधिक बार चुनाव जीत चुके हैं। जिन्हें एक से अधिक कार्यकाल की भी पेंशन और भत्ते मिलते हैं। समाजसेवी गावस्कर ने पत्र के अंत में लिखा कि इस वयस्क होते राज्य में विधायक रूपी जन-प्रतिनिधियों को एक से अधिक बार निर्वाचित होने के बावजूद, हर टर्न की पेंशन भत्ते दिये जाने से इस छोटे राज्य की आर्थिक स्थिति को अनावश्यक बोझ का सामना करना पड़ रहा है। इसलिये जनहित में उन्हें पंजाब सरकार की तरह मात्र एक बार निर्वाचित होने का ही पेंशन और भत्ते प्रदान किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये ताकि बची राशि राज्य के विकास में प्रयुक्त हो सके।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए –
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7351098124 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें