हल्द्वानी। हल्द्वानी के चोरगलिया रोड से गोला पुल को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग अब भी बदहाली की मार झेल रहा है। बीते वर्ष आई भारी बारिश में क्षतिग्रस्त हुआ यह मार्ग आज तक पूरी तरह दुरुस्त नहीं हो पाया है, जिससे गौलापार, सितारगंज और टनकपुर जैसे क्षेत्रों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता प्रत्युष कुमार के अनुसार, सिंचाई विभाग द्वारा रिवर ट्रेडिंग वर्क के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, जिसकी स्वीकृति प्रक्रिया में है। वहीं, पीडब्ल्यूडी को सड़क के वैकल्पिक निर्माण के लिए 1.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है, जिसके तहत सड़क को दूसरे सिरे से चौड़ा कर निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। हालांकि इस कार्य में न्यायिक अड़चन आ गई है। निविदा प्रक्रिया के दौरान एक ठेकेदार द्वारा अदालत का दरवाजा खटखटाने पर कोर्ट से स्टे आदेश मिल गया, जिससे कार्य की शुरुआत रुकी हुई है।
पीडब्ल्यूडी द्वारा कोर्ट में जवाब दाखिल कर दिया गया है और अब 6 मई को सुनवाई निर्धारित है। विभाग ने प्रयास किया है कि स्टे हट जाए ताकि कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा गत दिवस क्षेत्र का औचक निरीक्षण कर सड़क निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जताई गई। उन्होंने कहा कि यदि मानसून से पहले मार्ग को दुरुस्त नहीं किया गया, तो हालात और भयावह हो सकते हैं और कई इलाकों का संपर्क पूरी तरह टूट सकता है। उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष भी उठाने की बात कही। उल्लेखनीय है कि निर्माण कार्य के लिए कई पेड़ काटे जा चुके हैं, लेकिन अदालत की रोक और प्रशासनिक सुस्ती के चलते अभी तक कार्य शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में बरसात से पहले इस मार्ग के सुधार को लेकर क्षेत्रवासियों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है।