- विशेष समुदाय को निशाना बनाने का आरोप, पार्षदों ने जताई चेतावनी
हल्द्वानी। शहर के बनभूलपुरा क्षेत्र में राशन कार्ड सत्यापन को लेकर आज स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब क्षेत्र के समस्त पार्षदों ने एकजुट होकर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी (ARO) कार्यालय का घेराव कर दिया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि खाद्य विभाग और प्रशासन बनभूलपुरा जैसे गरीब बहुल इलाके को टारगेट कर केवल यहां के निवासियों के राशन कार्ड की जांच कर रहा है, जबकि पूरे शहर में कई ऐसे लोग हैं जो पात्र नहीं होते हुए भी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। पार्षदों का कहना था कि बनभूलपुरा में रहने वाले 80 प्रतिशत लोग मेहनतकश हैं, जैसे ठेले लगाने वाले, कपड़े धोने वाले, दिहाड़ी मजदूर, विधवाएं, और कमजोर आर्थिक वर्ग के अन्य लोग। ऐसे में केवल इस क्षेत्र में राशन कार्डों का सत्यापन कर उन्हें योजनाओं से बाहर करने की कोशिश सीधे तौर पर अन्याय है। समस्त पार्षदों ने साफ शब्दों में कहा कि वे भी अपात्र लोगों के राशन कार्ड निरस्त करने के पक्षधर हैं, लेकिन प्रशासन को यह कार्य निष्पक्ष और समूचे शहर में समान रूप से करना चाहिए।
बनभूलपुरा में केंद्रित सर्वे को पार्षदों ने भेदभावपूर्ण और समुदाय विशेष के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इसी तरह एकतरफा कार्रवाई करता रहा तो वे जनता को साथ लेकर सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।पार्षदों ने ARO के माध्यम से जिला पूर्ति अधिकारी नैनीताल को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि पूरे हल्द्वानी शहर में राशन कार्ड सत्यापन अभियान चलाया जाए। अपात्र लोगों की पहचान कर उनके कार्ड निरस्त किए जाएं, लेकिन बनभूलपुरा के साथ हो रहा यह कथित प्रशासनिक पक्षपात तुरंत रोका जाए। इधर मामले में खाद्य पूर्ति अधिकारी दिव्य पांडे ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया कि राशन कार्ड सत्यापन का कार्य केवल बनभूलपुरा में सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरा हल्द्वानी शहर इस प्रक्रिया के अंतर्गत शामिल है। उन्होंने कहा कि सर्वे का कार्य शहरभर में चरणबद्ध रूप से किया जा रहा है और शुरुआत बनभूलपुरा क्षेत्र से की गई है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सत्यापन प्रक्रिया के दौरान किसी भी पात्र व्यक्ति का राशन कार्ड निरस्त नहीं किया जाएगा।