देहरादून। राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस के नए मामलों ने एक बार फिर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है। एम्स ऋषिकेश में हाल ही में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य तंत्र को अलर्ट मोड पर डालते हुए व्यापक तैयारियों के निर्देश जारी किए हैं। इन तीनों मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री गुजरात, मुंबई और हैदराबाद से जुड़ी है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्पष्ट किया है कि भले ही वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में हो, लेकिन सतर्कता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर जिले में कोविड से संबंधित संसाधनों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, दवाइयां, कोविड बेड, टेस्टिंग किट और वैक्सीन की पूरी व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए। साथ ही, अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड, ट्रूनेट, रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर टेस्ट की सुविधा के लिए तैयार रहने को कहा गया है। प्रशासन ने जिले में कोविड की संभावित लहर से निपटने के लिए पिछले अनुभवों से सबक लेते हुए पहले से ही मोबाइल सैंपलिंग टीम, कोविड कंट्रोल रूम, एंबुलेंस सेवा और आवश्यक कार्मिकों की तैनाती की रूपरेखा तय करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत जांच कराना और आइसोलेट रहना आवश्यक है। उन्होंने नागरिकों से भीड़-भाड़ से बचने और स्वास्थ्य संबंधी एहतियात बरतने की अपील की। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सी.एस. रावत ने बताया कि अब तक देहरादून में कुल 36 सैंपल जांचे गए, जिनमें तीन ही पॉजिटिव निकले हैं। इनमें से एक मरीज वापस मुंबई लौट चुका है, जबकि दो को आइसोलेशन में रखा गया है और दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि अभी तक राज्य में कोई स्थानीय संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है। हाल के दिनों में हांगकांग, सिंगापुर और भारत के कुछ राज्यों में कोविड मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर देहरादून प्रशासन की यह तत्परता सराहनीय मानी जा रही है। बैठक में उप जिलाधिकारी हरि गिरि, एडीएमओ डॉ. वी. सेमवाल, सीएमएस एस.एम. संकला और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन की प्राथमिकता है कि कोई भी स्थिति उत्पन्न होने से पहले हर मोर्चे पर पूरी तैयारी रहे।