– बिहार से गिरफ्तार मुख्य शूटर, डीजीपी ने टिहरी पुलिस को ₹50,000 नकद इनाम देने की घोषणा
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए जेल और बाहरी गिरोह के खतरनाक गठजोड़ का भंडाफोड़ किया है। टिहरी जनपद के मुनिकीरेती थाना क्षेत्र के तपोवन स्थित डैक्कन वैली सोसाइटी में हाईड आउट कैफे एवं जीवन उत्सव रिज़ॉर्ट के संचालक नितिन देव की गोली मारकर की गई हत्या की गुत्थी को टिहरी पुलिस ने सुलझा लिया है। जांच में खुलासा हुआ कि इस संगठित हत्या की साजिश देहरादून की सुद्धोवाला जेल में रची गई थी, जिसमें गैंगस्टर और पेशेवर शूटरों की मिलीभगत सामने आई है। यह हत्याकांड 7 मई 2025 को अंजाम दिया गया था, जब स्कूटी सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े नितिन देव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसएसपी टिहरी आयुष अग्रवाल के निर्देशन में गठित 6 विशेष टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सर्विलांस, बैंकिंग रिकॉर्ड और फील्ड इंटेलिजेंस के आधार पर बहुआयामी जांच शुरू की।
तफ्तीश में सामने आया कि नितिन द्वारा बलात्कार व पोक्सो मामले में सख्त पैरवी किए जाने के चलते आरोपी विपिन नैय्यर जेल गया था। जेल में उसकी मुलाकात कुख्यात अपराधी रामवीर सिंह से हुई, जिसने उसे बिहार निवासी अपराधी बिमलेश उर्फ विकास से जोड़ा। वहीं से हत्या की सुपारी का तानाबाना बुना गया। जमानत पर छूटने के बाद विपिन ने दिल्ली और ऋषिकेश में बिमलेश से मुलाकात कर हत्या की योजना को अंतिम रूप दिया। दो शूटरों को डैक्कन वैली स्थित फ्लैट में फर्जी आईडी पर ठहराया गया और मृतक की रेकी करने के बाद हत्या को अंजाम दिया गया। टिहरी पुलिस ने अथक प्रयासों के बाद 16 मई को मुख्य शूटर बिमलेश को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने न केवल अपराध कबूल किया बल्कि पूरे गैंग और साजिश की परतें भी उधेड़ दीं। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए डीजीपी उत्तराखंड दीपम सेठ ने टिहरी पुलिस टीम को ₹50,000 की नगद पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है। साथ ही फरार शूटरों और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश भी जारी किए गए हैं।