पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ में आयोजित प्रादेशिक सेना भर्ती रैली में देशभर से आए युवाओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी और पुलिस अधीक्षक रेखा यादव ने भर्ती स्थल जाजर देवल का दौरा कर पेयजल, विद्युत, पार्किंग, सुरक्षा, भोजन, और यातायात की व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया। सेना के कर्नल उत्तम सिंह के साथ विचार-विमर्श के दौरान भर्ती प्रक्रिया को व्यवस्थित और सुगम बनाने पर चर्चा हुई। इस दौरान लाउडस्पीकर के माध्यम से अभ्यर्थियों को भर्ती से संबंधित आवश्यक जानकारियां दी गईं। जिलाधिकारी ने बताया कि दानापुर, बिहार में पूर्व निर्धारित एक अन्य भर्ती निरस्त होने के कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पिथौरागढ़ पहुंच रहे हैं। इस भीड़ को प्रबंधित करने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं।।अभ्यर्थियों के परिवहन के लिए 70 अतिरिक्त रोडवेज बसों, 225 टैक्सियों और 50 स्कूल बसों की व्यवस्था की गई है। एंचोली में अस्थायी बस स्टेशन स्थापित कर वहां से भर्ती स्थल तक छह बसों की सुविधा दी गई है। भोजन व्यवस्था के लिए दस स्थानों पर प्रबंध किया गया है। न्यूनतम दर पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए व्यापार मंडल और होटल एसोसिएशन ने भी सहयोग दिया है।
पिथौरागढ़ शहर के 16 विद्यालयों में अभ्यर्थियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है, जबकि भर्ती स्थल के निकट चार स्थानों पर रात्रि विश्राम की सुविधा दी गई है। शहरी क्षेत्र के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में 20 से 23 नवंबर तक अवकाश घोषित किया गया है। हालांकि, शैक्षणिक गतिविधियां ऑनलाइन जारी रहेंगी। भर्ती प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने के लिए पेयजल विभाग ने टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 150 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मार्गदर्शन के लिए विभिन्न स्थानों पर बैनर और लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। इसके साथ ही अभ्यर्थियों को सूचना दी गई है कि जो उम्मीदवार पिथौरागढ़ की भर्ती में भाग नहीं ले सके, वे 26 नवंबर से 1 दिसंबर तक दानापुर, बिहार में आयोजित भर्ती में शामिल हो सकते हैं। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ. दीपक सैनी, अपर जिलाधिकारी डॉ. शिवकुमार बरनवाल, उप जिलाधिकारी यशवीर सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।