- अनुबंध शर्तों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं, 15 दिन में सुधार का अल्टीमेटम
देहरादून। जिलाधिकारी एवं नगर निगम प्रशासक सविन बंसल ने शहर की सफाई और प्रकाश व्यवस्था की समीक्षा बैठक में सख्त रुख अपनाते हुए सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाली कंपनियों को कड़ी चेतावनी दी। डीएम ने कहा कि सफाई व्यवस्था सिर्फ व्यवसाय का हिस्सा नहीं है, यह नागरिकों के स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ा अहम विषय है। किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अनुबंध की शर्तों के अनुसार काम न करने वाली कंपनियों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने इकोन वेस्ट मैनेजमेंट और सनलाइट कंपनियों को 15 दिन का समय देते हुए सुधार करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि यदि सुधार नहीं हुआ, तो शेष 53 वार्डों के लिए नई टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बैठक के दौरान शीशमबाड़ा प्लांट से कूड़ा निस्तारण में लापरवाही पर भी चर्चा हुई। डीएम ने निकोल और एनवायरनमेंटल टेक्नो कंपनियों पर अर्थदंड लगाने और उनके उच्च अधिकारियों को तलब करने के आदेश दिए।
उन्होंने चेताया कि यदि अधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं हुए, तो कंपनियों के अनुबंध को टर्मिनेट कर दिया जाएगा।शहर की प्रकाश व्यवस्था पर चर्चा करते हुए अधिकारियों ने बताया कि एक अक्टूबर से अब तक 26,852 लाइटों की मरम्मत की जा चुकी है, जिनमें सीएम हेल्पलाइन और अन्य शिकायतों के 4,072 मामले शामिल हैं। डीएम ने निर्देश दिए कि मरम्मत का कार्य तय समय में पूरा हो और बैकलॉग को जल्द समाप्त किया जाए। बैठक में मुख्य नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त वीर सिंह बुदियाल, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल समेत कई अधिकारी और कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि सफाई और प्रकाश व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निर्धारित शर्तों के तहत ही कार्य सुनिश्चित करना होगा, अन्यथा संबंधित कंपनियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।