हल्द्वानी। हल्द्वानी के नागरिकों के लिए बड़ी राहत की खबर है। शहर में 21 जून 2025 से सिटी बस सेवा की शुरुआत होने जा रही है। यह फैसला मंगलवार को काठगोदाम सर्किट हाउस में आयोजित रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता आयुक्त व सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने की। सिटी बस सेवा का संचालन प्राइवेट ऑपरेटरों के माध्यम से किया जाएगा, जिन्हें बसों की खरीद के लिए तीन महीने का समय दिया गया है। इस नई योजना के तहत शहर के भीतर कुल 168 किलोमीटर के दायरे में सिटी बसों का संचालन किया जाएगा। सभी बसें पर्यावरण के अनुकूल सीएनजी अथवा बीएस-6 मानकों पर आधारित होंगी, जिससे प्रदूषण को कम किया जा सके।

इसके अलावा बसों में सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस, कलर बोर्ड और बड़े अक्षरों में रूट नंबर अंकित किया जाएगा ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बस का रंग भी एक समान रखा जाएगा ताकि यात्री इन्हें आसानी से पहचान सकें। महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए विशेष प्रावधान किए जाएंगे। आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि नगर बस सेवा के संचालन को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। गर्मियों में बसों का संचालन सुबह 6:30 बजे से रात 8:30 बजे तक और सर्दियों में सुबह 8 बजे से रात 8:30 बजे तक किया जाएगा। योजना के तहत हल्द्वानी के विभिन्न रूटों पर बसें चलाई जाएंगी, जिनमें प्रमुख रूटों में रानीबाग, मुखानी, टीपीनगर, लामाचौड़, कालाढूंगी, और काठगोदाम रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
बैठक में नैनीताल शहर के वन-वे सिस्टम के तहत नगर बस सेवा के संचालन की योजना पर भी चर्चा की गई। कॉलेज के छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को ध्यान में रखते हुए तीन रूटों पर नगर बसों के संचालन की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में ओवरलोडिंग रोकने के लिए नियमित चेकिंग और सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। आयुक्त ने स्पष्ट किया कि शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में भारी वाहनों के संचालन को सीमित किया जाएगा और इसके लिए पुलिस और आरटीओ की संयुक्त टीम नियमित रूप से निरीक्षण करेगी। बैठक में आरटीओ संदीप सैनी, गुरदेव सिंह, मनोनीत सदस्य विनोद मेहरा, सूरज प्रकाश तिवारी के साथ ही रोडवेज, केमू और निजी बस एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इस फैसले से शहर की यातायात व्यवस्था को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।