देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार सुबह राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर चमोली में आई आपदा की स्थिति और चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सर्च और रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि लापता लोगों की खोजबीन के लिए रडार और थर्मल इमेजिंग कैमरों जैसे अत्याधुनिक उपकरणों की मदद ली जाए। सेना, आईटीबीपी, वायु सेना, एसडीआरएफ, बीआरओ, आपदा प्रबंधन विभाग, जिला प्रशासन और अन्य सभी एजेंसियां पूरी तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अब तक रेस्क्यू किए गए 46 सुरक्षित लोगों को समुचित उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा जाए, जबकि आपदा में मृत चार लोगों के पार्थिव शरीर को सभी औपचारिकताएं पूरी कर उनके परिजनों को सौंपा जाए। वहीं, लापता चार लोगों के सर्च अभियान में तेजी लाई जा रही है।

राज्य सरकार आपदा से प्रभावित इलाकों में जरूरी सुविधाओं की बहाली में भी सक्रिय है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन पांच ब्लॉकों में विद्युत आपूर्ति बाधित थी, उसे बहाल कर दिया गया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि जहां-जहां सड़क संपर्क कट गया है, उसे जल्द से जल्द ठीक किया जाए। पूर्ति विभाग को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि जिन गांवों तक अब तक सड़क कनेक्टिविटी नहीं पहुंची है, वहां आवश्यक राशन की पर्याप्त आपूर्ति की जाए। आगामी 3 मार्च के लिए मौसम विभाग द्वारा जारी हायर अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को पूर्व सूचना देने और जिला प्रशासन को हरसंभव तैयारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को आपदा प्रबंधन में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की हिदायत दी और कहा कि राहत कार्यों में कोई कमी न रहने पाए।






