देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की प्रस्तावित सहकारी निरीक्षक एवं सहायक विकास अधिकारी परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की योजना बनाने वाला एक अभ्यर्थी दून पुलिस की गिरफ्त में आ गया। आरोपी सुरेन्द्र कुमार निवासी मोदीनगर, गाजियाबाद ने अपनी वास्तविक आयु छिपाकर फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर तीन अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों से आवेदन किया था। आयोग से प्राप्त शिकायत के आधार पर की गई गोपनीय जांच में खुलासा हुआ कि सुरेन्द्र ने अनुचित लाभ उठाने की नीयत से अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फार्म भरे और प्रमाणपत्रों में जन्मतिथि बदलकर परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहा था।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ की, जिसमें उसने कबूल किया कि सरकारी नौकरी की आयु सीमा निकल जाने के बाद उसने अपने अभिलेखों में जन्मतिथि बदलवाई और कई बार अलग-अलग संस्थानों से हाईस्कूल, इंटर व स्नातक की डिग्री हासिल कर दस्तावेज तैयार किए। एसएसपी देहरादून के निर्देश पर रायपुर थाने में आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता से समझौता करने की किसी भी कोशिश को सख्ती से कुचला जाएगा और ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।






