
सितारगंज। उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के प्रतिनिधि उमाशंकर द्विवेदी ने सितारगंज पुलिस को मंत्री सौरभ बहुगुणा को मारने के षडयंत्र रचने के आरोप में चारो लोगो के खिलाफ तहरीर दी थी। जिसमें पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी हीरा सिंह ने बताया कि मेरा अवैध खनन का काम धन्धा बन्द हो गया था तथा सरकारी जमीन से गेहूं चोरी के मामले में जेल चला गया था। मुझे शक था कि ये सब कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की वजह से हुआ है। मैने उसी दिन ठान लिया था कि सौरभ बहुगुणा को मारकर व नुकसान पहुंचाकर ही दम लूंगा। इसके लिए मैने जेल में पूर्व से बन्द सतनाम सिंह उर्फ सत्ता से बात की। उसने जेल से बाहर आने के बाद हरभजन सिंह के साथ अजीज उर्फ गुड्डू से मिलने को कहा। जमानत पर आने के बाद मैं हरभजन व अजीज उर्फ गुड्डू से मिला। 20 लाख में बात हुयी। 05 लाख 70 हजार रूपये एडवांस दिये बाकी काम होने के बाद देने को कहा। में मंत्री जी की सभाओं में जाकर उनकी गतिविधियों की सूचना अजीज उर्फ गुड्डू को देने लगा।

वही दूसरे आरोपी सतनाम सिंह उर्फ सत्ता ने बताया कि हल्द्वानी जेल में मुझे हीरा सिंह ने बताया कि सितारगंज में मेरा अवैध खनन का काम धन्धा था और गेहूं चोरी के मामले में भी जेल चला गया। उसे शक था कि यह कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की वजह से हुआ है। उसने मुझसे कहा कि मुझे कैबिनेट मंत्री को नुकसान पहुंचाकर अपना बदला लेना है। मैने उसे कहा कि जेल से बाहर जाने के बाद हरभजन सिंह से मिलना, वह तुम्हें अजीज उर्फ गुड्डू से मिलायेगा। पैरोल में आने के बाद हीरा सिंह मुझसे व हरभजन सिंह से मिला। उसने बताया कि उसने काम कराने के लिए अजीज उर्फ गुड्डू को 05 लाख 75 हजार रुपये दिये हैं। तीसरे आरोपी अजीज उर्फ गुड्डू ने बताया कि मुझे हरभजन सिंह ने हीरा सिंह से मिलवाया था। काम करवाने के लिए 20 लाख रूपये देने की बात हुयी। 05 लाख 75 एडवान्स व बाकी काम होने के बाद देने की बात हुयी। इस काम हेतु मैने भी कुछ लोगों से बात की थी। उन्होने भी मुझे काम करने के लिए आश्वस्त किया था। किन्तु काफी समय तक काम नहीं हुआ तो मैं पेरशान होने लगा। 03 लाख रूपये मां के ईलाज में खर्च कर दिये थे।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक सितारगंज भारत सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद सिंह फर्त्याल, उप निरीक्षक कविन्द्र शर्मा, उ0नि0 चन्दन सिंह, उ0नि0 जगदीश चन्द्र तिवारी, कॉन्स्टेबल कपिल कुमार, कॉन्स्टेबल नरेन्द्र यादव, कॉन्स्टेबल बलवन्त सिंह, कॉन्स्टेबल भारत भूषण, कॉन्स्टेबल विनीत कुमार कॉन्स्टेबल भूपेन्द्र आर्य एसओजी।