हल्द्वानी। देश की सबसे प्राचीन अर्धसैनिक बल असम राइफल्स ने एक बार फिर अपने जांबाज़ पूर्व सैनिकों के प्रति सम्मान और प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत किया है। नागालैंड में वर्ष 1984 के काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन के दौरान साहसिक मुकाबले में गंभीर रूप से घायल हुए नायक/जीडी तेज सिंह मेहता (सेवानिवृत्त) को दल की ओर से 2 लाख रुपये का विशेष अनुदान प्रदान किया गया है। नागालैंड में अभियान के दौरान हुए आत्मघाती हमले में नायक तेज सिंह मेहता को बाएं पैर में 12 और दाएं पैर में एक गोली लगी थी।
गंभीर चोटों के कारण उनका बायां निचला पैर काटना पड़ा, लेकिन इस सबके बावजूद उनकी बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा अविस्मरणीय रही। उनके अदम्य साहस को सम्मानित करते हुए असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लेखेरा, एवीएसएम, एसएम ने उन्हें 2,00,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। यह कदम बल की अपने दिग्गज योद्धाओं और उनके परिवारों के कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। असम राइफल्स ने स्पष्ट संदेश दिया है कि उसके वीरों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा और संगठन सदैव उनके साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।






