देहरादून। हरिद्वार में धेनु एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड द्वारा आरडी व फिक्स डिपॉजिट के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले वांछित आरोपी अनिल कुमार तिवारी को उत्तराखंड पुलिस की सीआईडी इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (EOW) ने मुंबई के कल्याण क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। सात वर्षों से फरार चल रहे इस आरोपी पर ₹50,000 का इनाम घोषित था। गिरफ्तारी को धोखाधड़ी कांड की जांच के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में धेनु एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड द्वारा स्थानीय नागरिकों से आरडी और फिक्स डिपॉजिट करने के नाम पर विभिन्न प्रकार के बॉन्ड और सर्टिफिकेट जारी कर लगभग ₹12.26 लाख की ठगी किए जाने का मामला वर्ष 2018 में सामने आया था। थाना कोतवाली ज्वालापुर में दर्ज मुकदमा संख्या 164/2018 धारा 406 व 420 आईपीसी के तहत पंजीकृत इस मामले की विवेचना सीआईडी सेक्टर देहरादून को सौंपी गई थी। जांच में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार तिवारी और सीओओ देवेंद्र प्रकाश तिवारी की भूमिका गंभीर रूप से संदिग्ध पाई गई।
दोनों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 420, 120बी के साथ—साथ उत्तरांचल निक्षेपक हित अधिनियम 2005, चिट फंड एवं धन परिचालन (पाबंदी) अधिनियम 1978 तथा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम की संबंधित धाराओं के अंतर्गत आरोप तय हुए। दोनों आरोपी लगभग सात वर्षों से फरार थे और इनके विरुद्ध उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न जनपदों में कुल दस आपराधिक मुकदमे दर्ज पाए गए। उनकी गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रत्येक पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। लगातार की जा रही पतारसी और संभावित स्थानों पर भेजी गई टीमों को तब सफलता मिली, जब मुखबिर की सूचना पर सीआईडी की टीम ने 7 दिसंबर 2025 को कल्याण, जिला ठाणे से अनिल तिवारी को दबोच लिया। आरोपी को स्थानीय न्यायालय, ठाणे में पेश कर ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया गया, जिसके बाद उसे आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए हरिद्वार लाया जा रहा है। टीम में निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल, अपर उपनिरीक्षक सुरेश स्नेही, आरक्षी करमवीर सिंह और चालक आरक्षी मनोज कुमार शामिल रहे।






