हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में मदरसा और नमाज़ स्थल को ज़मीदोज़ करने से भड़की हिंसा से हर कोई वाकिफ हैं। कई मुस्लिम राजनेताओं और संगठनों ने हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की तथा मृतकों के परिवार और घायलों को मुआवजा देने की मांग की। बीते दिनों जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के सदर मौलाना अरशद मदनी ने उनकी सदारत में नई दिल्ली में हुई बैठक में हिंसा में मरने वालों के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों के 25 लाख रुपये देने की घोषणा की थी।
मंगलवार को जमीयत उलेमा-ए-हिन्द का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय महासचिव मौलाना मुफ़्ती अब्दुल राजिक के नेतृत्व में बनभूलपुरा पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और ज़रूरतमंद लोगो को ज़रूरी सामान मोहिया कराया। उन्होंने हिंसा में मृतक के परिवार के लोगो को दो-दो लाख रुपये का चैक दिया और घायल को उचित मदद पहुँचाई गई। मुफ़्ती राजिक ने लोगो से शांति बनाने की अपील की और उनके साथ खड़े रहने का यकीन दिलाया।
प्रतिनिधिमंडल में मौलाना फ़ज़लूल रहमान, मुफ़्ती अब्दुल कदीर, मौलाना असलम जावेद शामिल थे। इसके अलावा जमीयत नैनीताल के जिलाध्यक्ष मौलाना मुकीम कासमी, जिला महासचिव मौलाना कासिम, नगर अध्यक्ष मौलाना आसिम, नगर सचिव मौलाना सलमान, मुफ़्ती रिज़वान, मुफ़्ती लुकमान, मुफ्ती वकार यूनुस, कारी मोहम्मद अरशद, कारी मोहम्मद रईस व खुद्दाम-ए-जमीयत मौजूद रहे।