हल्द्वानी। हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर की जा रही कार्यवाहियों को आमजनविरोधी, तानाशाही और एकपक्षीय बताया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से प्रशासन गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को टारगेट कर रहा है और उनके मकानों को तोड़े जाने की धमकियां दी जा रही हैं, जिससे शहर में भय का माहौल बन गया है। विधायक ने कहा कि यदि प्रशासन की यह कार्यशैली नहीं बदली गई तो वे आमजन के साथ मिलकर इसका विरोध करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की कि अतिक्रमण को लेकर जारी नोटिस को तत्काल वापस लिया जाए और लोगों को राहत दी जाए।
हृदयेश ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह कार्रवाई कानून के नाम पर अराजकता फैलाने जैसा है, जो संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ है। इसके साथ ही उन्होंने पंचायत चुनावों को अचानक रद्द किए जाने को लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया और कहा कि यह फैसला जनभावनाओं का अपमान है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की बुनियाद हैं और इन्हें समय पर कराया जाना जरूरी है। प्रेस वार्ता में उनके साथ महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मधु सांगुड़ी, हरीश मेहता, एन.बी.गुणवंत, नरेश अग्रवाल, दीप पाठक, मोहन बिष्ट, मुकुल बल्यूटिया, सुहैल अहमद सिद्दीकी, बहादुर सिंह बिष्ट, सतनाम सिंह, जाकिर हुसैन, गिरीश पांडे और मलय बिष्ट समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।