सवाददाता- अरकम सिद्दीकी
हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज/हल्द्वानी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि पिछली सरकारों में राष्ट्रीय महत्व के पहलुओं की अनदेखी करने और विकास परियोजनाओं को लटकाने की परंपरा रही है लेकिन उनकी सरकार सेवा भाव से हर क्षेत्र में पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रही है। मोदी ने कहा कि चाहे सैनिकों के ‘वन रैंक वन पेंशन’ का मसला हो या सेना के लिये हथियार खरीदने, बुलेटप्रूफ जैकेट या फिर आतंकवादियों के सफाये का मामला हो, पूर्ववर्ती सरकारों की ओर से सभी पहलुओं की अनदेखी की गयी। पिछली सरकारों ने परियोजनाओं को पूरा करने में कोई रुचि नहीं दिखाई, इनमें से 300 मेगावाट की लखवाड़ बहुुद्देश्यीय परियोजना भी शामिल है। उनकी सरकार 46 साल बाद इस परियोजना को साकार कर रही है। मोदी आज उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी दौरे पर पहुंचे। उन्होंने यहां उत्तराखंड की जनता को लगभग साढ़े सत्रह हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इनमें से 14127 करोड़ रुपये की परियोजना की शिलान्यास जबकि 3420 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का लोकार्पण किया गया।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि देश में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महत्व की लखवाड़ बहुदेश्यीय परियोजना को भी लटकाये रखा गया। यह परियोजना 1976 में शुरू हुई थी लेकिन आज तक इस पर काम नहीं हुआ। लगभग 46 साल बाद उनकी सरकार इसे साकार रूप दे रही है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश और उत्तराखंड की जनता ने दो धारायें देखी हैं। एक धारा पहाड़ को विकास से वंचित रखने की रही है। दूसरी धारा पहाड़ों के विकास के लिये दिन-रात एक करने की रही है। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिये बगैर कहा कि ऐसे लोग पहाड़ों पर बिजली और सड़क पहुंचाने के लिये मेेहनत से कतराते रहे हैं। इससे कितनी पीढ़ियों को नुकसान हुआ है और वे अच्छी सड़क और सुविधाओं के अभाव में कहीं और जाकर बस गये। आज देश की जनता ऐसे लोगों को पहचान गयी है और उनका कच्चा चिट्ठा खोल रही है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सबका साथ, सबका विकास के नारे के साथ तेज गति से देश को आगे बढ़ाने में जुटी है। उन्होंने हल्द्वानी के सम्पूर्ण विकास के लिये अलग से 2000 करोड़ रुपये की घोषणा भी की। इससे शहर की पानी, सीवर, सड़क, पार्किंग, स्ट्रीट लाइट सभी क्षेत्रों का उल्लेखनीय विकास हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का है और वह काफी सोच-समझ कर कह रहे हैं। केन्द्र और राज्य की डबल इंजन सरकार इसके लिये तेजी से कार्य कर रही है। उत्तराखंड के लोगों के सामर्थ्य से यह साबित होगा। वह उत्तराखंड के लोगों की ताकत को समझते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चारधाम परियोजनायें, रेलमार्ग, जल विद्युुत परियोजनायें, औद्योगिक विकास, पर्यटन क्षेत्र का विकास, योग, कृषि क्षेत्र का विकास खासकर प्राकृृतिक खेती और हर्बल उत्पाद इसका आधार बनेंगे। उन्होंने कहा कि आज की परियोजनायें भी इसी से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सत्ता भाव से नहीं बल्कि सेवा भाव से काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों की लापरवाही के चलते मानस खंड (मानसरोवर का प्रवेश) कनेक्टिविटी से नहीं जुड़ पाया है लेकिन उनकी सरकार ने जहां टनकपुर से चंपावत और पिथौरागढ़ को आलवेदर रोड से जोड़ा, वहीं कैलाश मानसरोवर के लिपूलेख तक सड़क का निर्माण किया है।
मोदी ने टनकपुर बागेश्वर रेललाइन को लेकर भी कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि आजकल कांग्रेस कार्यकर्ता अफवाह नयी दुकान चला रहे हैं। उन्होंने कहा, “ इनका काम है कि पहले अफवाह मैनुफैक्चर करो। इसके बाद इसे फैलाओ और उसके बाद उस पर दिन-रात चिल्लाते रहो।” प्रधानमंत्री ने प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की तरह टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का निर्माण भी डबल इंजन सरकार जल्द करेगी। उन्होंने कहा कि वह इसका संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पांच करोड़ परिवारों को जल से नल दे चुकी है। प्रदेश की 13 जिलों की जनता को भी इस मिशन के तहत पेयजल उपलब्ध होगा।
प्रधानमंत्री ने जिन 23 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया उनमें 300 मेगावाट की यूजेवीएन लि की लखवाड़ बहुद्देश्यीय परियोजना (लागत 5747 करोड़), मुरादाबाद-काशीपुर रोड (फोर लेन) व मुरादाबाद-काशीपुर बाईपास(लागत 4002 करोड़), जल जीवन मिशन के अंतर्गत 13 जनपदों में 73 पानी आपूर्ति की योजनायें (लागत 1250 करोड़), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत स्टेज-2 के तहत 133 मार्गों की स्वीकृति (लागत 627 करोड़), उधमसिंह नगर में एम्स की सेटेलाइट केन्द्र की स्थापना (लागत 500 करोड़), पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज ( लागत 455 करोड़), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 151 क्षतिग्रस्त पुलों को स्वीकृति (लागत 450 करोड़), नैनीताल व हरिद्वार में वर्ल्ड बैंक की सहायता से पेयजल आपूति लाइन की स्वीकृति लागत), नैनीताल और हरिद्वार में वर्ल्ड बैंक की सहायता से पेयजल आपूति लाइन की स्वीकृति (लागत 205 करोड़), शामिल है।
इसी प्रकार नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत उधमसिंह नगर में 199 करोड़ की लागत से एसटीपी एवं आईडी, 9 एसटीपी, , प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 171 करोड़ की लागत से गरीबों के लिये कनकपुर काशीपुर में 1556 और सितारगंज के उकरौली में 1168 आवास, उधमसिंह नगर के काशीपुर में 35 करोड़ की लागत से आरोमा पार्क, नैनीताल जनपद में 78 करोड़ की लागत से सीवरेज प्रणाली का सुदृढ़ीकरण, उधमसिंह नगर के सितारगंज में 66 करोड़ की लागत से प्लास्टिक इंडस्ट्रीयल पार्क, मदकोटा से हल्द्वानी तक 58 करोड़ की लागत से सड़क चैड़ीकरण, किच्छा से पंतनगर तक 54 करोड़ की लागत से सड़क चैड़ीकरण, खटीमा बाईपास का कुमराहा गांव से कुटारी गांव तक (लागत 53 करोड़) और 177 करोड़ की लागत से एशियन हाईवे से नेपाल तक की कनेक्टिविटी (उत्तराखंड राज्य की कनेक्टिविटी) शामिल है।
इनके अलावा 3420 करोड़ रुपये की लागत से छह विकास योजनाओं का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री के हाथों किया जाना है। जिनमें नगीना-काशीपुर (एनएच -74) का चैड़ीकरण (लागत 2536 करोड़), आलवेदर परियोजना के तहत टनकपुर से पिथौरागढ़ रोड पर च्यूरानी से ऐंचोली तक चैड़ीकरण (लागत 284 करोड़), आलवेदर परियोजना के तहत विलखेत से चंपावत तक सड़क चैड़ीकरण (लागत 267 करोड़), आलवेदर परियाजना के तहत टनकपुर-पिथौरागढ़ रोड पर तिलौन से च्यूरानी तक सड़क चैड़ीकरण (लागत 244 करोड़), यूजेवीएन लि की सुरिंगड फेज-2 के तहत पांच मेगावाट की जलविद्युत परियोजना (लागत 50 करोड़) और नमागि गंगे के तहत रामनगर और नैनीताल में सीवरेज प्लांट का निर्माण (लागत 50 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, सांसद अजय टम्टा, सांसद विजय राज लक्ष्मी, सांसद तीरथ सिंह रावत के अलावा प्रदेश के सभी कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए –
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7351098124 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें