देहरादून। जिले में मिलावटी और अवैध दवाओं की बिक्री रोकने के उद्देश्य से चलाए जा रहे “Safe Drugs: Safe Life” अभियान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने ड्रग विभाग के साथ मिलकर जय कॉम्पलेक्स, त्यागी रोड स्थित मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई चौंकाने वाली अनियमितताएं सामने आईं। कुछ दुकानों पर एक्सपायर दवाइयाँ, गंदगी, अनधिकृत भंडारण, फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति और नारकोटिक दवाईयों का रिकॉर्ड न होने जैसे गंभीर उल्लंघन पाए गए। तत्काल प्रभाव से एक मेडिकल स्टोर सील कर दिया गया, जबकि एक अन्य की दवा बिक्री पर रोक लगा दी गई। जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रेम सिंह खिमाल के निर्देश पर सचिव सीमा डुंगराकोटी के नेतृत्व में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक मनेन्द्र सिंह राणा, निरीक्षक अमित आज़ाद और ऋषभ धामी की टीम ने मेडिकल स्टोर्स का विस्तृत निरीक्षण किया।
मदान मेडिकोज में गंदगी, अव्यवस्थित दवाइयाँ और 18 पेट्टी प्रतिबंधित कफ सिरप बंद अवस्था में मिली। टीम ने दो दवाओं को नमूने के रूप में जब्त कर साफ-सफाई और व्यवस्थित स्टॉकिंग के निर्देश दिए। रिया मेडिकोज में दवाओं का रख-रखाव सामान्य मिला, हालांकि कुछ दवाइयाँ फर्श पर पाई गईं, जिस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए जरूरी निर्देश दिए गए। सबसे गंभीर अनियमितताएं मेड एट डोर मेडिकोज में मिलीं, जहाँ लाइसेंस पर दर्ज फार्मासिस्ट अनुपस्थित थी, कई दवाइयाँ एक्सपायर थीं, फ्रिज में तापमान डिस्प्ले नहीं था और नारकोटिक दवाओं का रजिस्टर भी नहीं बनाया गया था। इन अव्यवस्थाओं पर टीम ने तत्काल स्टोर बंद कराते हुए क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी।

इसी तरह एस. आर. फार्मा में भी बड़ी लापरवाही मिली। एक्सपायर दवाइयाँ, रजिस्टर का अभाव और गंदगी के साथ-साथ यह भी पाया गया कि कॉम्पलेक्स में एक अन्य स्टोर बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा था। टीम ने इसे तुरंत सील कर दिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा स्पष्ट किया गया कि आमजन तक सुरक्षित और वैध दवाइयाँ पहुँचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से हर माह ड्रग विभाग के साथ मिलकर औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और नियमों का उल्लंघन करने वाले मेडिकल स्टोर्स पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।







