हल्द्वानी। वन्यजीव तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत STF की कुमाऊँ यूनिट को बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार दोपहर खनस्यू क्षेत्र के सिमलिया बैंड, छेड़ा खान नर्सरी के पास दबिश के दौरान छिपे हुए तस्करों ने STF और वन विभाग की संयुक्त टीम पर अचानक फायरिंग कर दी। हमले में STF के चालक हेड कॉन्स्टेबल भूपेन्द्र मर्तोलिया और रास्ते से गुजर रहे एक व्यक्ति को छर्रे लगने से चोटें आईं। जवाबी कार्रवाई में टीम ने एक आरोपी को मौके से दबोच लिया, जबकि मुख्य आरोपी जंगल की ओर फरार हो गया। जानकारी के अनुसार, STF, वन विभाग तराई केंद्र रुद्रपुर और WCCB की संयुक्त टीम को जानकारी मिली थी कि क्षेत्र में संगठित वन्यजीव शिकार गिरोह सक्रिय है। इसी सूचना पर एसओजी प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी, WCCB के लाल सिंह और वन आरक्षी दीपक बिष्ट के साथ STF ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी दौरान दो संदिग्ध शिकारियों ने टीम को अपनी ओर आता देख जानलेवा हमला कर दिया।
टीम ने तत्काल घायलों को हल्द्वानी के अस्पताल पहुँचाया, जहां दोनों का उपचार चल रहा है और उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है। घटना की गंभीरता को देखते हुए SSP STF रात में ही हल्द्वानी अस्पताल पहुँचे और घायल जवान व अन्य व्यक्ति की कुशलक्षेम ली। परिजनों से मिलकर हर संभव सहायता का भरोसा दिया। कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुंदर सिंह रेकड़ी पुत्र राम सिंह, निवासी गोल डांडा, थाना रीठा साहिब, चंपावत के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने चौंकाने वाले खुलासे किए। आरोपी ने बताया कि वह और उसका साथी यशोद सिंह मेहरा लंबे समय से जंगली जानवरों का शिकार करते आ रहे हैं। वे कई बार भालुओं और अन्य वन्यजीवों का शिकार कर उनकी पित्त की थैली ऊँचे दामों पर बेच चुके हैं। मुख्य आरोपी यशोद सिंह मेहरा मौके से भागने में सफल रहा, जिसकी गिरफ्तारी के लिए STF ने विशेष टीमों का गठन किया है। घटना के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और STF फरार आरोपी की धर-पकड़ को लेकर लगातार जंगलों में सघन combing कर रही है।







