- डीएम सविन बंसल का सख्त संदेश—“बच्चों के हाथ में भीख का कटोरा या औज़ार नहीं, सिर्फ़ कलम होनी चाहिए”
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर मंगलवार को जनपद भर में बड़े स्तर पर बालश्रम उन्मूलन अभियान चलाया गया, जिसमें प्रशासन, पुलिस, श्रम विभाग, डीटीएफ टीम, बचपन बचाओ आंदोलन और बाल विकास विभाग की संयुक्त टीमों ने विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी कर 7 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया। वहीं 7 प्रतिष्ठानों पर बालश्रम करवाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर दी गई है। सुबह से ही विकासनगर, सहसपुर और पटेलनगर क्षेत्र में टीमों ने होटल–ढाबों, वर्कशॉप, औद्योगिक इकाइयों और बाजार क्षेत्रों में व्यापक निरीक्षण किया। अभियान के दौरान विकासनगर क्षेत्र से दो, सहसपुर से दो और पटेलनगर से तीन नाबालिग बच्चों को कार्यस्थलों से मुक्त कराया गया। सभी बच्चों का मेडिकल परीक्षण कर उन्हें बाल कल्याण समिति, केदारपुरम के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जनपद में किसी भी कीमत पर बालश्रम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “बच्चों से उनका बचपन और शिक्षा छीनने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला प्रशासन ऐसे अभियानों को लगातार जारी रखेगा।” उन्होंने आमजन से भी अपील की कि बालश्रम की सूचना तुरंत प्रशासन तक पहुँचाएँ। अभियान के दौरान कुल 23 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई, जिनमें 7 स्थानों पर नाबालिग बच्चे कार्यरत पाए गए। संबंधित प्रतिष्ठान संचालकों के खिलाफ बाल श्रम निषेध अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। टीमों ने मौके पर लोगों को बाल अधिकारों और श्रम कानूनों के बारे में जागरूक भी किया।






