हल्द्वानी। कुमायूँ पुलिस ने नशे के खिलाफ छेड़े गए अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। रेंज एसओटीएफ और बनभूलपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बीती रात 645 ट्रामाडोल हाईड्रोक्लोराइड इंजेक्शन बरामद किए गए। यह खेप ई-रिक्शा के जरिए तस्करी की जा रही थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड” विज़न को साकार करने की दिशा में यह कार्रवाई नशे के कारोबार पर करारा प्रहार मानी जा रही है। पुलिस टीम ने गोला बाईपास रोड स्थित यात्री विश्राम गृह के पास चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध ई-रिक्शा को रोका। वाहन को रोकने की कोशिश के दौरान चालक ने अचानक दिशा बदलने का प्रयास किया, जिससे शक गहराया।
तलाशी में दो तस्करों मजहर खान उर्फ सोनू और फैसल कुरैशी को दबोच लिया गया। उनके कब्जे से अलग-अलग बैगों में भरे 645 नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए, जिन्हें युवाओं तक पहुँचाने की तैयारी थी।बरामद खेप में 59 स्ट्रीप (295 इंजेक्शन) मजहर खान और 70 स्ट्रीप (350 इंजेक्शन) फैसल कुरैशी से मिले। दोनों आरोपी नैनीताल जिले के बनभूलपुरा क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए अदालत में पेश कर दिया है। आईजी कुमायूँ रिद्धिम अग्रवाल ने इस सफलता को पुलिस की दृढ़ इच्छाशक्ति और युवाओं को नशे से बचाने की प्रतिबद्धता बताया। उन्होंने साफ कहा कि ड्रग माफिया किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे और अभियान और अधिक सख्ती के साथ जारी रहेगा।















