- अगले 24 घंटे संवेदनशील, उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक की सलाह; आपदा नियंत्रण की पूरी तैयारी के निर्देश
देहरादून। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से एक अहम चेतावनी जारी करते हुए उत्तराखण्ड शासन ने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग, नई दिल्ली द्वारा जारी पूर्वानुमान के आधार पर अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा, जबकि शाम और रात के समय कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके मद्देनज़र शासन ने सभी ज़िलों में आपदा प्रबंधन तंत्र को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है। शासन की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी स्तरों पर आवागमन पर नियंत्रण रखते हुए सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। किसी भी आपदा या दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थल कार्यवाही कर सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान करने को कहा गया है। एनएच, पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, बीआरओ, डब्ल्यूबी, सीपीडब्ल्यूडी सहित सभी संबंधित निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया गया है कि यदि कोई मोटर मार्ग बाधित होता है तो उसे तत्काल खुलवाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें।

इसके अलावा सभी राजस्व उपनिरीक्षकों, ग्राम विकास अधिकारियों और ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने-अपने तैनाती क्षेत्रों में अनिवार्य रूप से डटे रहने को कहा गया है। वहीं, पुलिस थानों और चौकियों को भी आपदा से निपटने वाले उपकरणों एवं वायरलेस सेट सहित सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। शासन ने यह भी निर्देश दिया है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अपनी मोबाइल सेवा स्विच ऑफ न रखे और आवश्यक उपकरण जैसे छाता, टॉर्च, हेलमेट आदि अपने वाहनों में पहले से रखें। फंसे हुए लोगों के लिए खाद्य और चिकित्सा सामग्री की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में विशेष सतर्कता बरतने की बात कही गई है।

अत्यधिक संवेदनशील उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही को फिलहाल प्रतिबंधित रखने की सलाह दी गई है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके। ज़िला सूचना अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस चेतावनी को दृश्य और प्रिंट मीडिया के माध्यम से आमजन तक पहुंचाना सुनिश्चित करें और जनता को सलाह दी जाए कि वे अत्यावश्यक स्थिति को छोड़कर घर से बाहर न निकलें। राज्य के संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन की आशंका के मद्देनज़र पहले से उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। साथ ही, किसी भी प्रकार की आपदा की तत्काल सूचना राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के हेल्पलाइन नंबरों—0135-2710335, 0135-2710334, टोल फ्री नंबर 1070, 112, 9058441404 और 8218867005 पर साझा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।





