- बनभूलपूरा संघर्ष समिति ने उठाई आवाज, सरकारी डॉक्टरों की मनमानी से गरीब जनता लुट रही है, जल्द हो कार्रवाई
नैनीताल। सरकारी अस्पतालों में पदस्थ डॉक्टरों द्वारा निजी अस्पतालों में सेवा देने और मरीजों को वहां रैफर करने के गंभीर आरोपों के खिलाफ आज समाजसेवी उवेस राजा के नेतृत्व में बनभूलपूरा संघर्ष समिति ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि कई सरकारी डॉक्टर, सरकार से वेतन लेने के बावजूद अपनी सेवाएं प्राइवेट हॉस्पिटलों में दे रहे हैं। मरीजों को जानबूझकर सरकारी अस्पताल में सही इलाज नहीं देकर निजी अस्पतालों में भेजा जा रहा है, जहां उनसे महंगा इलाज कर लूटा जा रहा है। यह सीधे तौर पर गरीब जनता के साथ धोखा और शोषण है।
उवेस राजा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने ऐसे भ्रष्ट डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बैठकर निजी क्लीनिकों का प्रचार करना नियमों का खुला उल्लंघन है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस कथित “मेडिकल माफिया” पर नकेल कसने की मांग की है। समिति ने कहा कि गरीब जनता को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा मिलना उनका अधिकार है, लेकिन कुछ लालची डॉक्टरों के कारण यह अधिकार छीना जा रहा है। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है ताकि सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता और जनता का विश्वास बहाल हो सके।






