देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र में गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने वाले 50 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। बिजनौर, उत्तर प्रदेश में दबिश देकर गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान अंशुल पुत्र खेम सिंह निवासी भागुवाला, बिजनौर के रूप में हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने इस गिरफ्तारी को एसटीएफ की मैनुअल पुलिसिंग की बड़ी उपलब्धि बताया है। घटना 15 अक्टूबर 2024 की है, जब रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में गश्त कर रहे दो पुलिसकर्मियों पर लोहे की रॉड से हमला कर उनके मोबाइल फोन छीन लिए गए थे। दोनों पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे, और अपराधी फरार हो गए थे। इस घटना के बाद अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया गया। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर एसटीएफ ने वांछित अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के तहत इस मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी ली।
एसटीएफ टीम ने इंस्पेक्टर अबुल कलाम के नेतृत्व में गुप्त सूचनाओं और मैनुअल जांच के आधार पर अपराधियों की पहचान की। आरोपी अंशुल ने पूछताछ में कबूल किया कि घटना की रात वह अपने साथी के साथ एक चोरी किए गए ई-रिक्शा के साथ जा रहा था। गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर पूछताछ की और उनकी फोटो खींच ली, जिसके डर से उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और मौके से फरार हो गए। गिरफ्तारी अभियान में एसटीएफ के इंस्पेक्टर अबुल कलाम, उपनिरीक्षक विद्या दत्त जोशी, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, बृजेंद्र चौहान और कांस्टेबल मोहन असवाल व गोविंद बल्लभ सहित रानीपुर थाना पुलिस के अधिकारी शामिल थे। एसटीएफ के इस कदम से अपराधियों में खौफ और पुलिस पर जनता का भरोसा बढ़ा है।