देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) और यूपी एसटीएफ के साथ संयुक्त ऑपरेशन में वन्यजीव तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन के दौरान उत्तर प्रदेश के बरेली से तीन अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से करीब सवा तीन फुट लंबाई के दो हाथी दांत बरामद हुए हैं, जिनकी कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है। वन्यजीव तस्करी की रोकथाम के लिए उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने विशेष कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने अपनी टीमों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि वन्यजीवों की तस्करी में संलिप्त किसी भी तस्कर को बख्शा न जाए।
गुप्त सूचना के आधार पर उत्तराखंड एसटीएफ, यूपी एसटीएफ, और डब्ल्यूसीसीबी की टीम ने संयुक्त रूप से बरेली के सीवी गंज इलाके में छापा मारकर तीन वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से दो हाथी दांत बरामद किए गए, जो अवैध रूप से तस्करी के लिए तैयार किए गए थे। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि यह कार्रवाई लंबे समय से की जा रही जांच के बाद हुई। टीम ने गुप्त रूप से आरोपियों पर नजर रखी और उनके उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी की जानकारी जुटाई। हाथी का शिकार कहां और कैसे हुआ, इसकी विस्तृत जानकारी पूछताछ के बाद सामने आएगी। तस्करों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत बरेली के सीवी गंज थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार तस्करों में आदित्य विक्रम (24), निवासी मां वैष्णो कुंज, ग्रीन पार्क, बरेली, उत्तर प्रदेश, नत्था सिंह (45), निवासी गंगा बेहड़ फॉर्म, लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश (हाल निवास नानकमत्ता गुरुद्वारा, उधम सिंह नगर), व करण सिंह (40), निवासी गली नंबर 1, मकान नंबर 3, थाना बारादरी, बरेली, उत्तर प्रदेश शामिल हैं। सफलता प्राप्त करने वाली टीम में उत्तराखंड एसटीएफ से निरीक्षक एम.पी. सिंह, उपनिरीक्षक केजी मठपाल, मुख्य आरक्षी महेंद्र गिरि, मुख्य आरक्षी किशोर कुमार, आरक्षी दीपक भट्ट, आरक्षी मोहित वर्मा, मुख्य आरक्षी रविंद्र बिष्ट शामिल रहे। वही यूपी एसटीएफ से उप निरीक्षक राशिद अली, हेड कांस्टेबल संदीप कुमार, कांस्टेबल शिव ओम पाठक, कांस्टेबल संजय यादव, हेड कांस्टेबल खान मोहम्मद, हेड कांस्टेबल चालक मनोज अवस्थी शामिल थे।