देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम की ओर से कस्टम डिपार्टमेन्ट और क्राइम ब्रांच के नाम से ‘डिजिटल अरेस्टिंग’ कहकर, धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को राजस्थान के कोटा जनपद से गुरुवार को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि गत दिनों देहरादून स्थित साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन में स्थानीय निवासी एक वरिष्ठ नागरिक द्वारा सूचना दर्ज कराई गई। पीड़ित को अज्ञात साइबर अपराधियों ने उसके मोबाईल पर सम्पर्क कर स्वंय को फेडेक्स कोरियर कम्पनी तथा क्राइम ब्रांच, अंधेरी, मुंबई का बताकर, मुम्बई कस्टम द्वारा उसके नाम से अवैध पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड आदि सीज करने की फर्जी जानकारी दी। साथ ही, अंधेरी, क्राईम ब्रॉच, मुंबई से सम्पर्क करा, पीड़ित को स्काईप ऐप पर जोडकर वीडियो कॉल पर पुलिस थाना दर्शाकर पार्सल के सम्बन्ध में पूछताछ की। इतना ही नहीं, पीड़ित आवेदक को मनी लान्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी, व पहचान छुपाने का संदिग्ध बताकर व नोटिस भेजकर शिकायकर्ता के नाम से चल रहे खातो में 3.8 करोड़ का अवैध ट्रांजैक्शन होना बताया। इतना ही नहीं, पासपोर्ट कार्यालय व मुम्बई क्राइम ब्रांच से क्लेरेंस प्रदान करने का झांसा देकर, पीड़ित की डिजिटल गिरफ्तारी की गई। श्री अग्रवाल ने बताया कि पीड़ित को स्काइप के माध्यम से 24 घंटे के लिए ऑडियो, वीडियो निगरानी पर रखा गया। उनसे कहीं न जाने को कहा गया।
इसके पश्चात् अपराधियों ने फर्जी मुंबई क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर डरा धमकाकर 1,13,00,000/- (एक करोड, 13 लाख रू०) भिन्न, भिन्न बैंक खातो में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दुबई से गिरोह चलाते थे। जहां उनके गिरोह के सदस्यों ने दुबई से पैसे निकाले। उन्होंने बताया कि यह उत्तराखंड पुलिस द्वारा पर्दाफाश किया गया पहला डिजिटल गिरफ्तारी प्रकरण है, जहां एक ही गिरोह साइबर पुलिस स्टेशन, द्वारका के एक अभियोग में वांछित है और गिरोह के सदस्यों एवं प्रकरणों की अंतर्राज्यीय संबंधों की तलाश की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि उक्त प्रकरण में एसटीएफ के उपाधीक्षक अकुंश मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम ने कोटा, राजस्थान से अथक मेहनत, प्रयास तथा अभिसूचना संकलन कर, राकेश पुत्र रमेश चन्द निवासी अजापुरा, थाना शोकुर, मध्य प्रदेश, हाल गुजरों का मौहल्ला, निकट शीतला माता मन्दिर, थाना इटावा, जिला कोटा, राजस्थान, उम्र 30 वर्ष, दीपक लक्षकार पुत्र किशन कुमार लक्षकार, निवासी उपरोक्त, उम्र 26 वर्ष और आसिफ अली पुत्र ख्वाजा मौहम्मद, निवासी जामा मस्जिद के पास, इटावा, थाना- इटावा, जिला कोटा, राजस्थान, उम्र 27 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों से पांच मोबाईल फोन और आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।