नैनीताल। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद शुक्रवार को कुमाऊं मंडल में दिनभर मौसम खराब रहा। चीन सीमा से जुड़े उच्च हिमालयी क्षेत्र में जमकर हिमपात हुआ और चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली। चीन सीमा को जोड़ने वाले गाला-जिप्ती व धारचूला-गुंजी मार्ग भूस्खलन के चलते बंद हो गये हैं। पिथौरागढ़ जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेश महर ने बताया कि जनपद में बीती रात से लगातार बरसात हो रही है जिससे मैदानी हिस्से को जोड़ने वाला घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के चलते यातायात के लिये बंद हो गया है। यहां दिल्ली बैंड के समीप सुबह से लगातार भूस्खलन हो रहा है।
इसके अलावा चीन सीमा को जोड़ने वाला कैलाश यात्रा मार्ग व गाला-जिप्ती मार्ग भी भूस्खलन होने से यातायात के लिये बंद हो गया है। गाला-जिप्ती मार्ग पिछले कई दिनों से बंद पड़ा हैं। इसके अलावा जनपद में तीन अन्य ग्रामीण मार्ग भी भूस्खलन के चलते बंद हैं। इसके साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्र में काफी बर्फवारी हुई। कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग व आदि कैलाश मार्ग पर आज काफी हिमपात हुआ। हिमालय के ऊंचाई वाले इलाकों में बसे नाबी, कुटी, बूंदी, गर्ब्यांग आदि गांवों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है।
मौसम विभाग ने शनिवार को भी जनपद में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में शनिवार को कक्षा एक से बारह तक के स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद रखने के निर्देश दिये हैं। बागेश्वर जनपद में भी कपकोट व शामा तहसीलों में अतिवृष्ठि की आशंका को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इसी के साथ ही पर्वतीय इलाकों में मौसम ने भी करवट लेनी शुरू कर दी है जिससे पर्वतीय इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है। नैनीताल में दिनभर बादल व कोहरा छाया रहा। चंपावत जनपद में भी कक्षा एक से 12 तक स्कूल बंद रहेंगे।