हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़/पिथौरागढ़। उत्तराखंड में भी केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध शुरू हो गया है। कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ और चंपावत जनपद में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन देखा गया। अग्निपथ योजना के विरोध में युवक सड़कों पर उतर आये और उन्होंने नारेबाजी की और योजना को वापस लेने की मांग की। पिथौरागढ़ जनपद मुख्यालय में विभिन्न क्षेत्रों से आज युवा सिल्थाम तिराहे पर पहुँचे और सेना में भर्ती के लिये लागू होने वाली नयी योजना का विरोध किया। भीड़ ने सिल्थाम तिराहे पर देर तक जाम लगा दिया। जिससे सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे। आवश्यक सेवा और आपातकालीन सेवा के वाहन भी जाम में फंस गये।
उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह और कोतवाल एमसी पांडे स्थिति को संभालने के लिये खुद दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। इसके बाद भीड़ जुलूस की शक्ल में कलक्ट्रेट पहुंची और यहां नयी योजना का जमकर विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सेना पहाड़ के युवाओं के लिये भर्ती का प्रमुख माध्यम है लेकिन केन्द्र सरकार नयी योजना को लागू कर इस पर ब्रेक लगाना चाहती है। युवाओं ने सेना में भर्ती के लिये पूर्व में करायी गयी लिखित परीक्षा को भी निरस्त करने का विरोध किया और जल्द परीक्षा कराने की मांग की।
दूसरी ओर पिथौरागढ़ पुलिस की ओर से कहा गया कि बिना अनुमति के प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस की सख्त नजर है। पुलिस की ओर से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट डालने वालों की भी निगरानी की जा रही है। उन्होंने लोगों को हिदायत दी कि कानून हाथ में लेने से बचे।
इसी प्रकार चंपावत में भी आज युवाओं ने अग्निपथ योजना का विरोध किया। शहर में लगे भाजपा नेताओं के बैनर और पोस्टरों का विरोध किया और अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की। बाद में युवा गोल्ज्यू मंदिर गये और गोल्ज्यू देवता से न्याय की गुहार लगायी। प्रदर्शनकारियों ने परिहवन निगम और वाहनों को रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से इसमें असफल रहे।
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