हल्द्वानी। भीमताल और नौकुचियाताल के आसपास के क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी ने इन क्षेत्रों में सोलर लाइट लगाने के निर्देश उरेड़ा विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर जंगली जानवरों से दुर्घटनाओं की संभावना है या पहले घटनाएं हो चुकी हैं, वहां का विस्तृत सर्वेक्षण कर सोलर लाइट लगाई जाए। इसके लिए स्थानीय लोगों की मदद से संवेदनशील स्थानों का चिन्हांकन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि सर्दी के मौसम में बाघ और गुलदार जैसे जंगली जानवरों के इंसानों पर हमले की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। उरेड़ा विभाग के परियोजना प्रबंधक एसआर गौतम ने कहा कि विभाग के पास सीमित संख्या में सोलर लाइट उपलब्ध हैं, लेकिन चिन्हित क्षेत्रों में इन्हें जल्द से जल्द लगाया जाएगा।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका भीमताल को भी निर्देश दिए कि पालिका परिसीमन के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर आवश्यक स्थानों पर सोलर लाइट लगाने की प्रक्रिया शुरू करें। इसके साथ ही, जमरानी बांध परियोजना के तहत ऐसे क्षेत्र जो डूब क्षेत्र में नहीं आते हैं, वहां भी स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर सोलर लाइट की आवश्यकता का निर्धारण किया जाएगा। जिलाधिकारी ने रानीबाग घाट पर भी सोलर लाइट लगाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि रात के समय घाट पर अंधेरा होने से लोगों को आवाजाही में कठिनाई होती है। यह समस्या जल्द ही हल की जाएगी। बैठक में परियोजना प्रबंधक उरेड़ा एसआर गौतम और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका भीमताल उदयवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।